आयुर्वेद की भाषा संस्कृत है, अगर आयुर्वेद सीखना है तो संस्कृत भाषा समझना जरुरी है । मार्च २०२२ से बी.ए.एम.एस. प्रथम वर्ष में संस्कृत विषय के लिए ३०० गुण है। ,ये विचार सें “संस्कृत कौमुदी” ये पाठ्यपुस्तक की रचना है। विद्यार्थीओ कों संस्कृत सिखने में आने वाली समस्या को ध्यान मे रखते हुए ये पाठ्यपुस्तक पूर्ण करने प्रयास किया है ।
- संस्कृतकौमुदी -१ ये पुस्तक पाठ्यक्रमानुसार लेखन किया है। इसमें अत्यंत सरल भाषा में स्पष्टीकरण है।
- संस्कृत व्याकरण आयुर्वेदिक उदाहरण के साथ स्पष्टीकरण दिये है ।
- प्रत्येक अध्याय के बाद विद्यार्थी के लिए अभ्यास दिया है । पाठ्यक्रमानुसार बहुत्तरीय प्रश्न है।
- सन्धि,समास आयुर्वेदिक ग्रन्थ के उदाहरणे है।
- आयुर्वेदिक ग्रन्थ वाचन के लिए उपयुक्त अन्वय रचना अध्याय स्वतन्त्र रुप सें दिया है ।.